रेल्वे में सलेक्शन 12 महिनें नोकरी के बाद राजस्थान शिक्षक भर्ती लेवल वन में चयन।
रेल्वे में सलेक्शन 12 महिनें नोकरी के बाद राजस्थान शिक्षक भर्ती लेवल वन में चयन।
नाम मोहन पिता हनुमान राम माता मेती देवी आया कृषि मेरा जीवन बहुत संघर्ष में बिता मेरे 9 साल की उम्र में लाइट के करंट के कारण बाया हाथ कोहनी से कट गया वहां से संघर्ष की कहानी की शुरुआत हो गई एक बार बहुत उदास हुआ फिर भी मेरे मां बाप ने मेरा होंसला बढ़ाते हुए मुझे वापस शिक्षा से जोड़ने की कोशिश की तथा मुझे शिक्षा से जोड़ा मैंने कक्षा 10 (2015) तक की पढ़ाई गांव से कि उसके बाद सुचेता कृपलानी विशेष योग्यजन आवासीय विद्यालय माणकलाव जोधपुर से 12 (2017) की फिर मारवाड़ जंक्शन से Bstc करने के बाद JNVU में प्रवेश लिया साथ ही प्रज्ञा निकेतन छात्रावास में प्रवेश लिया तथा यहां रहते हुए मैंने खेल तथा पढ़ाई दोनों की तैयारी ज़ारी रखीं। 1. 2020 में गौशाला मैदान जोधपुर में राजस्थान स्टेट पैरा एथेलिट चैंपियनशिप में भाग लिया जिसमें 200,400 मीटर सिल्वर मेडल 100 मीटर में ब्राउन मेंडल प्राप्त किया। 2. 2021 की तृतीय श्रेणी शिक्षक में 105 नम्बर के साथ मेरिट से सफल होने से वंचित रहा पर संघर्ष हमारे जीवन में लिखा था। 3. एक असफलता के बाद मैंने हास्टल में रहते हुए रेल्वे की तैयारी शुरू की तथा मेरा चयन हो गया फिर मुझे हरियाणा राज्य के यमूनानगर जिले में जगाधरी वर्कशाप में असिस्टेंट वर्कशॉप पद पर ज्वाइनिंग मिलीं। 4. मैंने रेल्वे में नोकरी करने के दौरान भी अपनी पढ़ाई जारी रखी तथा 2022 में आयोजित राजस्थान शिक्षक भर्ती लेवल वन में मेरा चयन हो गया और गांव में ही पोस्टिंग मिल गई जिसके कारण रेल्वे को त्यागपत्र देकर शिक्षक ज्वाइन कर लिया। 5. वर्तमान में मेरे M.A. तथा जेआरएफ की तैयारी चल रही आगे जों भाग्य में लिखा। 6. इसी के साथ एक बार मेरे दोस्त की महज़ छः महीने की बच्ची को डेंगू होने के कारण ख़ून की कमी हो गई तथा इधर उधर कोशिश करने के बाद भी ख़ून की व्यवस्था नहीं होने पर मेरे से साहायता मांगी तों मैंने बच्ची की हालात को देखते हुए तथा प्रज्ञा निकेतन से मिलीं सहायता सीख कों अपनाते हुए पहली बार रक्तदान किया उसके बाद में अब तक 4 बार रक्तदान कर चुका हूं और भविष्य ख़ून के अभाव किसी कों मरने नहीं दुंगा मेरी पुरी कोशिश करूंगा कि कोई ख़ून की कमी से मरे नहीं। इसी के साथ मैं जों तैयारी कर रहे हैं उन सभी युवाओं को कहुंगा कि आप शांत मन तथा ध्यान एवं सच्ची लगन से तैयारी करोगे तो आप भी एक दिन सफलता के मुकाम पर पहुंचोगे।